आलू की अधिकता के दुष्प्रभाव -पंकज अवधिया

आलू की अधिकता के दुष्प्रभाव


पंकज अवधिया 

"इसके शरीर में एक फुंसी हो जाती है. उसमे कोई दर्द होता है न खुजली और फिर वह अपने आप बैठ जाती है. और किसी दिन अचानक से फिर से हो जाती है. छोटा बच्चा है इसलिए चिंता होती है. डॉक्टर कहते हैं कि इस ओर ध्यान ही नही देना चाहिए।" एक चिंतित माता अपने बच्चे के बारे में मुझसे चर्चा कर रही थी.

इस तरह फुंसी का होना और फिर ठीक हो जाना -अनदेखा करने वाली बात नही है. यह सभी उम्र के लोगों में हो सकती है जब वे किसी रूप में अधिक मात्रा में सोलेनम खा रहे हों. यह तकनीकी भाषा में "सोलेनम ओवरडोज़ के लक्ष्ण" है. 

बच्चों में ये लक्ष्ण आलू के अधिक सेवन से आ सकते हैं. आजकल बच्चे चिप्स के शौक़ीन होते हैं और अक्सर इनके भोजन या नाश्ते का स्थान आलू से बने ये उत्पाद ले लेते हैँ. 

जैसे -जैसे उम्र बढती है ये लक्षण प्रबल होते जाते हैं और फिर जानलेवा रोग बन जाते हैं.


मुझे मालूम है कि बच्चो को चिप्स खाने से मना करना उन्हें नाराज करना है पर ये उनके उज्जवल भविष्य के लिए जरूरी है.



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